Internet बहुत ही उलझा हुआ जाल है. जिसमें अनलिमिटेड Information समाई हुई है. आजकल Internet Connected दुनिया में चाहे आप को किसी को message या mail भेज ना हो और मोस्ट इंपोर्टेंट डिपेंड हो उस मशीन पर जो इस इंफॉर्मेशन को Receive या send करने की मदद करती है मतलब आपका कंप्यूटर या फिर आपका मोबाइल. तो क्या होगा अगर यह कंप्यूटर काम करना ही बंद कर दे?
12 मई 2017 दिन था शुक्रवार ऐसा ही एक घातक नजारा दुनिया ने देखा वन्ना क्राय रेशम वायरस जिसने पूरी दुनिया के कंप्यूटर को इनफेक्ट कर दिया था. बड़ी बड़ी कंपनी से लेकर बड़े-बड़े इंस्टिट्यूट और हॉस्पिटल के कंप्यूटर इन फैक्ट हो गए थे उन सभी लोगों ने इस वायरस के सामने अपने घुटने टेक दिए थे. अभी तक हिसाब नहीं लगा पा सके कि इससे कितना नुकसान हुआ था. अगर इसे फैलने से ना रोका जाता तो पता नहीं आज क्या हो जाता. तो चलिए जानते हैं कि इस खतरनाक कंप्यूटर वायरस को आखिर कैसे रोका गया.
Marcus hutchins जो कि एक हैकर थे. यह वही है जिसने इस कंप्यूटर वायरस से पूरी दुनिया को बचाया. इसने इस वायरस से पूरे दुनिया को तो बचा लिया लेकिन उसे यह पता नहीं था कि उसके ऊपर एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है.
एपीआई ने तुरंत इस हैकर को पकड़ लिया और इस पर दस अलग-अलग एक्टिंग के केस ठोक दिए. और उनमें से एक था kronos banking malware.
US की सिक्योरिटी एजेंसी ने एक hacking tool बनाया था. जिसका नाम था ETERNAL BLUE जिसने वह एक विंडोज में loop hole का फायदा उठा कर. कंप्यूटर में code रह कर सकता था. जब NSA को पता चला कि उनका वह Hacking Tool चोरी हो गया है तभी NSA ने microsoft को इसके बारे में जानकारी दे डाली.
मार्च 2017 एनएसए के चेतावनी के बाद microsoft ने अपने security updates कर दिए.पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
12 मई 2017 उस loop hole का फायदा उठाकर. कुछ Hackers ने wannacry नाम का Virus बना दिया. क्योंकि एक ransomware malware था जो कि Automatically एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक फैलता गया.
वह वायरस कंप्यूटर की सारी फाइल को encrypt कर देता था. lock कर देता था. और है कर उन्हें अनलॉक करने के लिए $300 Bitcoin के रूप में मांगता था. कुछ लोगों ने उन्हें BitCoin दे भी डालें लेकिन उनका Data वापस नहीं आया. जिन लोगों ने microsoft का security patch update नहीं किया था उन लोगों को बहुत ही बड़ा झटका लग गया था.
Wannacry बहुत ही तेजी से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक फैलता गया. बड़े-बड़े technicians and Hackers ने इस पर काम करना शुरू कर दिया. लेकिन किसी के हाथ कुछ नहीं लगा.
लेकिन तभी film हाय hero की तरह marcus hutchins की Entry होती है.
उसने अपने friend से इस Virus का sample मांगा और अपने कंप्यूटर में install कर दिया.वह लगातार तीन दिन लोगों को इंटरनेट पर मदद कर रहा था. उसने दिन-रात इस वायरस पर रिसर्च की , कैसे इसे खत्म कर दिया जाए?
रिसर्च करते वक्त उसे यह पता चला कि जब यह वायरस कंप्यूटर में इंस्टॉल हो जाता था. तब यह एक एक्सेस रिक्वेस्ट भेजता था, वह भी एक अननोन वेबसाइट पर. जब marcus ने उस वायरस के code पढ़ें तो उसे एक unknown URL दिखा. जो किसी के नाम पर भी रजिस्टर नहीं था. उसने बिना वक्त जाया कि वह URL अपनी नाम पर रजिस्टर कर लिया मतलब उसका domain खरीद लिया. जिसके बाद चमत्कार हो गया. सारे अटैक्स शांत हो गए. क्योंकि wannacry को वेबसाइट के access मिलनी शुरू हो गई थी.
लेकिन जब मार्कस ने यह hacking रोक दी. तब FBI को मार्कस के पिछले सारे हैकिंग अटैक्स के बारे में पता चल गया. FBI ने उसे arrest कर लिया. और उससे KRONOS BANKING Malware के बारे में पूछताछ की.
इसका कोड उसने 2014 मैं बनाकर किसी और को बेच दिया था.
KRONOS Virus एक ट्रोजन वायरस था. जिसका में टारगेट ब्रिटिश बैंक थे इस वायरस से लोगों के यूजर नेम और पासवर्ड चुराए जा सकते थे. Marcus अब FBI की जेल में राते काट रहा था, लेकिन उसके supporters ने $30000 जमा करके उसकी बेल करवा दी. लेकिन वह अमेरिका छोड़कर जा भी नहीं सकता था.जब उसके वकीलों ने कहा कि तुम्हारा केस लड़ने के लिए 1 मिलियन से डेढ़ मिलियन डॉलर लगेंगे, तो उसके पास पैसा ना होने की वजह से उसने गिल्टी प्लेट करने का फैसला कर दिया. और दो जुर्म कबूल कर दिए.
18 जुलाई 2019 KRONOS creat करने और उसका कोड बेचने पर उसके कोर्ट में आखरी सुनवाई थी जिसमें उसे 10 साल की सजा होनी थी. लेकिन जज ने उसके पास में होने वाले बुरे कामों को ना देखते हुए उसके अच्छे कामों की तारीफ कर दी और उसे बाइज्जत बरी कर दिया.
Wannacry को पैदा करने वाले भी NSA थे.कहीं यह वायरस Bitcoin की value को boost करने के लिए तो नहीं बनाया था? क्योंकि 2017 में Bitcoin की value सिर्फ $1800 थी लेकिन इस अटैक के बाद BitCoin की value $19000 हो गई.
नीचे comment करके जरूर बताएं कि marcus मुजरिम था या हीरो??
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